चीन विरोध का द्वन्द - Say No to China
न पोथी न बही, जो हम कहे वही सही.
पिछले दिनों अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत कुछ ऐसा घटा जिससे की जन मानस उद्विग्न हो गया. आज पुरे हिंदुस्तान में चीन और पाकिस्तान को पटखनी देने की बहस बहुत शिद्दत से जारी है. और क्यों न हो चीन ने NSG के मुद्दे पे हमारे हक़ में वोट नहीं दिया. विरोध तो होना चाहिए. बहस का माहौल गरम है. पर सार्थक बहस कौन करेगा ? विरोध करे पर कैसे और विरोध की जमीन कैसे तैयार हो जब सरकार और औद्योगिक घराने ही नहीं चाहते की चाइनीज़ प्रोडक्ट का बहिष्कार हो इसमें इन सबके हित जो जुड़े है]